​रोज तेरा इंतजार होता है;​रोज ये दिल बेक़रार होता है;​काश के तुम समझ सकते;​के चुप रहने वालों को भी प्यार होता है। ​

छेड़ने का तो मज़ा ही तब है कहो और सुनो; जरा सी बात में तुम खफा हो गये लो और सुनो।

मैं उसका हूं ये तो जान गया हूँ मैं लेकिन; वो किसका है ये सवाल मुझे सोने नही देता।

तेरे हाथों में मुझे अपनी तक़दीर नज़र आती है; देखूं मैं जो भी चेहरा तेरी तस्वीर नजर आती है।

मुझे इस बात का गम नहीं कि बदल गया ज़माना; मेरी जिंदगी तो सिर्फ तुम हो कहीं तुम ना बदल जाना।

दुनिया जिसे नींद कहती है; जाने वो क्या चीज होती है; आँखे तो हम भी बंद करते है; पर वो आपसे मिलने की तरकीब होती है।

लोग पूछते हैं हमसे कि तुम अपने प्यार का इज़हार क्यों नहीं करते; तो हमने कहा जो लफ़्ज़ों में बयां हो जाए हम उनसे प्यार उतना नहीं करते।

घर से बाहर वो नक़ाब मे निकली; सारी गली उनकी फिराक मे निकली; इनकार करते थे वो हमारी मोहब्बत से; और हमारी ही तस्वीर उनकी किताब से निकली।

ज़िंदगी को प्यार हम आपसे ज्यादा नहीं करते; किसी पे ऐतबार आपसे ज्यादा नहीं करते; आप जी सके मेरे बिन तो अच्छी बात है; हम जी लेंगे आपके बिन ये वादा नहीं करते।

हमने हमारे इश्क़ का इज़हार यूँ किया; फूलों से तेरा नाम पत्थरों पे लिख दिया।

कितनी बार समझाया मत ले नाम
बस एक ये दिल बस एक ये धड़कन लेती है बस एक तेरा नाम

बेशक वो ख़ूबसूरत आज भी है
पर चेहरे पर वो मुस्कान नहीं जो हम लाया करते थे
G.R..s

बड़ी मुश्किल में हूँ! मैं कैसे इज़हार करू! तुम तो खुशबु हो! तुमको कैसे कैद करू!

सिर्फ एक बार आओ मेरी आँखों के रास्ते दिल में; फिर लौटने का इरादा तुम पर छोड़ देंगे!

इत्तेफाकन मिल जाते हो जब तुम राह में कभी; यूँ लगता है करीब से ज़िन्दगी जा रही हो जैसे!