थी जिसकी मौहब्बत में मौत भी मंजुर
आज उसकी नफरत ने जिना सिखा दिया

जरा सी बात पर बरसों के याराने गए
मगर इतना तो हुआ कि कुछ लोग पहचाने गए

: छत टपकती है उसके कच्चे घर की ,
वो किसान फिर भी बारिश की दुआ
माँगता है ।।

तेरा नाम लिखती है उंगलियां खयालों में
ये भी इक दुआ होगी वस्ल की दुआओं में

जाने क्यूँ ये दिल खींचा जाता है उसकी
तरफ,
क्या उसने भी मुझे पाने की दुआ
मांगी है.??

जब शिद्दत से चाहोगे तभी आरज़ू पूरी होगी
हम वो नहीं जो खैरात में तुम्हें मिल जायें
G.R..s

मेरे पास लफ्ज नही बातें नही शिकायतें नही
एक हसरत है तेरे सीने से लग के तेरी धडकने सुनू

आशिकी करने को ‪‎दिल‬ नहीं करता अब मगर
देखते ही ‪‎तेरा चेहरा‬ दिल फिर ‪‎आशिक‬ हो जाता है

कसम से तुझे पाने की ख्वाहिश तो बहुत थी
मगर मुझे तुझसे दूर करने की दुँआ‬ करने वाले ज्यादा निकले

हम तो निकले थे तलाशे इश्क में अपनी तनहाईयों से लड़ कर
मगर गर्मी बहुत थी गन्ने का रस पी के वापिस आ गए

ए खुदा काश तेरा भी एक खुदा होता , तो
तुझे भी ये अहसास होता , कि दुआ कुबुल ना
होने पे , कितनी तकलीफ होती है ...

युँ न आजमाया करो मेरी दोस्ती-ए-वफा को साहिबां
चाहे जिस तराजू में तौलकर देख लो पलड़ा अपनी ओर ही झुकता नज़र आएगा

मैंने जब खुदा से कहा.....तू मेरी दुआ
भी कभी कुबूल कर दे...उसने भी मुस्कुरा कर कह
दिया....तू एक ही शक्श को मांगना छोड़ दे...!

Pyar krne wale marte nahi maar diye jate hai,
Hindu kehte h jala do inhe,
Muslim kehte h dafna do inhe,
Par koi ye nhi kehta k mila do inhe ..!

देखेंगे हम आईना उस दिन
कि खुद का ही अक्स नज़र आये