जीतो: भैया आज समोसे अच्छे नहीं बने कल वाले अच्छे थे। समोसे वाला: बहन जी क्या बात कर रहीं हैं आप ये कल वाले ही तो हैं।

संता: अब झगड़ा बंद भी करो मैं शांति के साथ रहना चाहता हूँ; जीतो: हाँ ठीक है जाओ मैं भी अब सुरिंदर के साथ रहना चाहती हूँ।

जीतो: तुमने आखिर क्या देखकर अपने नौकर से शादी कर ली? प्रीतो: दरअसल वह बहुत बदतमीज हो गया था और मैं उसे सबक सिखाना चाहती थी।

प्रीतो: हसीन औरत कभी किसी का पीछा नहीं करती! बंता: क्यों? प्रीतो: क्या तुमने कभी किसी चूहेदान को चूहे के पीछे भागते देखा है?

जीतो नौकर से नालायक एक काम ढंग से नहीं होता है बदतमीज़ कहीं का । नौकर: मैडम तमीज से बात कीजिये। मैं नौकर हूँ आपका शोहर नहीं।

जीतो: वह कौन सी चीज़ है जो तुम्हारी नज़रों के सामने होते हुए भी तुम्हारी पहुँच से दूर है। संता ने लंबी सांस ली और बोला पड़ोसन।

जीतो: बेटा हाथ जल गया टूथपेस्ट लाना। पप्पू: नहीं माँ मेरे टूथपेस्ट में नमक है दुनिया वाले कहेंगे बेटे ने जले पे नमक छिड़क दिया।

डॉक्टर: आपको कोई तकलीफ नही है बस आराम की जरूरत है। प्रीतो: लेकिन आपने मेरी जुबान तो देखी ही नही। डॉक्टर: उसे भी आराम की जरूरत है।

जीतो मस्ती के मुड़ में जानू एक पप्पी चाहिए! संता झट से बोला उफ़ फैशन देखो घर में खाने को पैसे नही हैं और इस को कुत्ते का पिल्ला चाहिए!

प्रीतो: मेरी घड़ी खो गई है क्या तुमने कहीं देखी है? जीतो: नहीं पर चलती थी या बंद थी? प्रीतो: चलती थी। जीतो: तब जरूर कहीं चलकर चली गई होगी।

जीतो: मेरी 20 साल तक कोई औलाद नहीं हुई! प्रीतो: फिर आपने क्या किया? जीतो: फिर मैं 21 साल की हो गई तो पापा ने मेरी शादी कर दी! फिर जाके पप्पू हुआ!

संता: ये तुम पिछले 3 घंटे से दरवाज़े पर खड़ी होकर किस से बातें कर रही थी? जीतो: वो तो प्रीतो थी बेचारी के पास अंदर आने के लिए समय ही नहीं था।

जीतो बहु के घर पर आने पर बहु से बोली बेटी आज से मुझे माँ और अपने ससुर को पापा कहना। पप्पू जब शाम को घर आया तो बहु बोली माँ भैया आ गये हैं।

कोर्ट में जज ने जीतो से कहा तुम तो बहुत बहादुर हो डाकू को तुमने बहुत मारा। जीतो: मुझे क्या पता डाकू था मैं समझी मेरे पति देर से आये हैं।

संता जीतो से: कैसी सब्ज़ी बनाई है बिलकुल गोबर जैसा स्वाद है। जीतो माथा पीटते हुए: हे भगवान! ना जाने इन्होंने क्या-क्या खा के देखा हुआ है।