संता: कल मेरे ख्वाब में एक लड़की आई थी! वाह! क्या लड़की थी! जीतो: अकेली आई होगी? संता: हाँ तुम को कैसे पता? जीतो: उसका पति मेरे ख्वाबों में आया था!

संता: तुने सुना होगा माँ-बाप के कर्मों का फल बेटों को मिलता है! जीतो: लेकिन कभी-कभी माँ-बाप के कर्मों का फल उनके दमादों को भी भुगतना पड़ता है!

जीतो: जरा किचन से नमक लेते आना। संता: यहाँ तो कोई नमक नहीं है। जीतो: मुझे पता था तुम तो हो ही अंधे! तुम्हें नहीं मिलेगा इसलिए पहले ही ले आई थी।

संता: फैशन की भी हद होती है महीने में डेढ़ दो किलो तो तुम लिपिस्टिक ही खा जाती हो! जीतो: क्यों झूठ बोलते हो लगभग 1 किलो तो आपके पेट में ही जाती है!

जीतो: क्या कर रहे हो? संता: मक्खियाँ मार रहा हूँ! जीतो: कितनी मारी? संता: 3 मेल और 2 फिमेल! जीतो: कैसे मालूम? संता: क्योंकि 3 दारू की बोतल पर थी और 2 फ़ोन पर!

जीतो संता को देखो जी मेरे को काम करते वक़्त किस-विस न किया करो। तभी काम वाली बोली मेम साहब अच्छी तरह से समझा दो इन्हें मैं तो बोल-बोल के थक गई हूँ ।

भिखारी कार में बैठी जीतो से मैडम 10 रुपये दे दो । जीतो पैसे देने के बाद बोली दुआ तो देते जाओ । भिखारी: कार में तो बैठी है मोटी अब क्या राकेट पर बैठेगी?

जीतो: मेरे ख्याल से मेरी बेटी का किसी से चक्कर चल रहा है। प्रीतो:तुम्हें कैसे पता चला? जीतो: क्योंकि वो कुछ दिन से खर्चे के लिए पैसे नहीं मांग रही।

भिखारी: मैं बहुत लाचार हूँ कुछ खाने को दे दीजिये। जीत्तो: हट्टे-कट्टे तो दिख रहे हो हाथ पैर भी सलामत हैं फिर लाचार किस लिए हो? भिखारी: जी अपनी आदत से।

जीतो: एक भिखारी ने मेरी बेइज्जती की है! संता: वो कैसे? जीतो: कल मैंने उसे खाना खिलाया था और आज वह मुझे एक किताब देकर गया है स्वादिष्ट पकवान कैसे बनाएँ?

संता: कल रात मैंने सपने में देखा कि कोई लड़का तुम्हें चूमने की कोशिश कर रहा है। जीतो: तो क्या लड़का सफल हुआ? संता: नहीं। जीतो: फिर वो कोई और होगी मैं नहीं।

जीतो: दुनिया में आजकल लोग कितने 420 हो गए हैं सुबह दूध वाले ने 10 रुपये का नकली नोट दिया। संता: वो 10 रुपये कहाँ हैं? जीतो: वो तो मैंने सब्जी वाले को दे कर आलू ले लिए।

जीतो की आँख सूजी हुई थी। प्रीतो ने पूछा: क्या हुआ? जीतो: पति ने मारा। प्रीतो: लेकिन मेरे ख्याल से तुम्हारे पति तो दिल्ली गए हुए थे जीतो मेरा भी यही ख्याल था।

जीतो संता की ओर कुछ देर घूरकर देखने के बाद बोली: तुम चाहे कुछ भी हो लेकिन झूठे बिल्कुल नहीं हो। संता: तुम्हें कैसे पता चला? जीतो: तुम ही तो शादी से पहले कहा करते थे कि तुम मेरे पति बनने के लायक नहीं हो।

एक दिन संता को ऑफिस से लौटने में काफी देर हो गई। घर आकर उसने देखा कि जीतो का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है और वो संता को देखते ही उस पर बरस पड़ी आखिर इतनी देर कहाँ लगा दी? तुम्हें मेरा कुछ ख़याल है कि नहीं? संता: इसमें ख़याल वाली कौन सी बात हो गई? क्या आज से पहले मुझे कभी देर नहीं हुई? जीतो: वह बात और है। आज पड़ोसी आपस में बातें कर रहे थे कि एक पागल सा आदमी ट्रेन के नीचे आकर मर गया। तुम्हें नहीं मालूम तब से मुझ पर क्या गुजर रही है?