इस एकमात्र जीवन को यूँ ही व्यर्थ न गवायें असल में जो मायने रखता है वो यह है कि आप किसको प्यार करते हैं और कैसे प्यार करते हैं।

बहुत रोया था मैं जब मेरा जन्म हुआ था और हँस रही थी यह दुनियाँ; बदला लूंगा एक दिन मौत के समय हँसता हुआ जाउंगा और रोएगी यह दुनिया।

दर्द कैसा भी हो कभी आँख नम ना करो; रात काली सही लेकिन ग़म ना करो; एक सितारा बन जगमगाते रहो; ज़िन्दगी में यूँ ही सदा मुस्कुराते रहो।

यह ज़िन्दगी बस सिर्फ पल दो पल है; जिसमें न तो आज और न ही कल है; जी लो इस ज़िंदगी का हर पल इस तरह; जैसे बस यही ज़िन्दगी का सबसे हसीं पल है।

ज़िंदगी तो सभी के लिए एक रंगीन किताब है; फर्क बस इतना है कि कोई हर पन्ने को दिल से पढ़ रहा है; और कोई दिल रखने के लिए पन्ने पलट रहा है।

ये तो जिन्दगी की कशमकस में थोड़ा उलझ गए हैं दोस्तो,
वर्ना…
हम तो उनमें से है,
जो दुश्मनों को भी अकेला महसूस नहीं होने देते…!

जिंदगी का सफ़र तो एक हसीन सफ़र है; हर किसी को किसी की तलाश है; किसी के पास मंजिल है तो राह नहीं; और किसी के पास राह है तो मंजिल नहीं।

जिंदगी ने कुछ इस तरह का रूख लिया; जिसने जिस तरफ चाहा मोड़ दिया; जिसको जितनी थी जरुरत साथ चला; और फिर एक लम्हें में तन्हा छोड़ दिया!

गलतियाँ करते हुए बिताया गया जीवन बिना कुछ किये बीताये गए जीवन की तुलना में न सिर्फ अधिक सम्मानजनक है बल्कि अधिक उपयोगी भी है।

हँस कर जीना यही दस्तूर है ज़िंदगी का; एक यही किस्सा मशहूर है ज़िंदगी का; बीते हुए पल कभी लौटकर नहीं आते; बस यही एक कसूर है ज़िंदगी का।

कल फुर्सत न मिली तो क्या होगा! इतनी मोहलत न मिली तो क्या होगा! रोज़ कहते हो कल मिलेंगे कल मिलेंगे! कल मेरी आँखे न खुली तो क्या होगा!

सफ़र ज़िन्दगी का बहुत ही हसीन है; सभी को किसी न किसी की तालाश है; किसी के पास मंज़िल है तो राह नहीं; और किसी के पास राह है तो मंज़िल नहीं।

कशिश होनी चाहिए किसी को याद करने की! लम्हे तो अपने आप मिल जायेंगे! वक़्त होना चाहिए किसी को मिलने का! बहाने तो अपने आप मिल जायेंगे!

ज़िंदगी तो सभी के लिए एक रंगीन किताब है; फर्क है तो बस इतना कि कोई हर पन्ने को दिल से पढ़ रहा है; और कोई दिल रखने के लिए पन्ने पलट रहा है।

कौन अंदाजा मेरे गम का लगा सकता है; कौन सही राह दिखा सकता है; किनारों वालों तुम उसका दर्द क्या जानो; डूबने वाला ही गहराई बता सकता है।