फूल बनकर मुस्कुराना जिंदगी; मुस्कुरा के गम भुलाना जिंदगी; जीत कर कोई खुश हो तो क्या हुआ; हार कर खुशियाँ मनाना है जिंदगी।

जिंदगी की किताब के कुछ पन्ने होते है! कुछ अपने और कुछ बेगाने होते हैं! प्यार से संवर जाती है जिंदगी! बस प्यार से रिश्ते निभाने होते है !

उदासियों की वजह तो बहुत है ज़िन्दगी में; पर बेवजह खुश रहने का मज़ा ही कुछ और है।

जिंदगी तो सभी के लिए सामान्य है। फर्क तो बस इतना है कि कोई दिल से जी रहा है; और कोई दिल रखने के लिए जी रहा है।

ज़िंदगी बड़ी अजीब होती है; कभी हार कभी जीत होती है; तमन्ना रखो समंदर की गहराई छूने की; किनारों पे तो बस ज़िंदगी की शुरुआत होती है।

जीवन भी विडंबना ही है यह खुशी को जानने की कीमत दुख से वसूलती है मौन की सराहना शोर करता है और अनुपस्थिति में ही उपस्थिति की कद्र होती है।

न ज़ख्म भरे, न शराब सहारा हुई.,
न वो वापस लौटीं, न मोहब्बत दोबारा हुई..

ये मासूमियत का कौन सा अन्दाज़ है,
पर काट कर कह दिया कि,अब तुम आजाद हो।

लाख तलवारे बढ़ी आती हों गर्दन की तरफ; सर झुकाना नहीं आता तो झुकाए कैसे।

हालात बदल जाते हैं। दोस्त चले जाते हैं पर ज़िंदगी कभी किसी के लिए नहीं रूकती।

अजब मुकाम पे ठहरा हुआ है काफिला जिंदगी का; सकून ढूढनें चले थे नींद ही गवा बैठे!

मरता नहीं कोई किसी के बगैर ये हकीकत है ज़िन्दगी की लेकिन सिर्फ सांसें लेने को जीना तो नहीं कहते!

आपके लक्ष्य आपकी ज़िन्दगी के मार्गदर्शक हैं जो आपको यह बताते हैं कि आपकी ज़िन्दगी में क्या मुमकिन है।

अपनी जिंदगी के अंधेरों का शुक्रगुजार हूँ मैं;​​​​जब से मुझे पता चला है कि;​​तेरी ​​रौशनी ने​ ​ तुझे अंधा बना दिया...

मौत मिलती है न ज़िंदगी मिलती है; ज़िंदगी की राहों में बेबसी मिलती है; रुला देते हैं क्यों मेरे अपने; जब भी मुझे कोई ख़ुशी मिलती है।