जीवन विकास का सिद्धांत है स्थिर रहने का नहीं। निरंतर विकसित होना स्थिर अवस्था में बने रहने की इजाजत नहीं देता।

चेहरे की हंसी से हर ग़म छुपाओ; बहुत कुछ बोलो पर कुछ ना बताओ; खुद ना रूठो कभी पर सब को मनाओ; राज़ है यह ज़िंदगी का बस जीते चले जाओ!

जब ज़िंदगी हंसाये तो समझना कि अच्छे कर्मों का फल मिल रहा है; और जब ज़िंदगी रुलाये तो समझ लेना कि अच्छे कर्म करने का वक़्त आ गया है।

हँसकर जीना दस्तूर है ज़िंदगी का; एक यही किस्सा मशहूर है ज़िंदगी का; बीते हुए पल कभी लौट कर नहीं आते; यही सबसे बड़ा कसूर है ज़िंदगी का।

आज के लिए सुनहरे शब्द: जिंदगी में अच्छे लोगों की तलाश ना करो; खुद अच्छे बन जाओ; शायद आपसे मिलकर किसी की तलाश पूरी हो जाए। सुप्रभात!

जिंदगी ने कुछ इस तरह का रूख लिया; जिसने जिस तरफ चाहा मोड़ दिया; जिसको जितनी थी जरुरत साथ चला; और फिर एक लम्हें में तन्हा छोड़ दिया।

अपनी जिंदगी के अलग असूल हैं; यार की खातिर तो कांटे भी कबूल हैं; हंस कर चल दूं कांच के टुकड़ों पर भी; अगर यार कहे यह मेरे बिछाए हुए फूल हैं।

खोकर पाने का मज़ा ही कुछ और है; रोकर मुस्कुराने का मज़ा ही कुछ और है; हार तो जिंदगी का हिस्सा है मेरे दोस्त; हार के बाद जीतने का मजा ही कुछ और है।

आंधियां गम की चलेंगी तो संवर जाऊंगा; मैं तो दरिया हूँ समंदर में उतर जाऊंगा; मुझे सूली पे चढाने की ज़रूरत क्या है; मेरे हाथ से कलम छीन लो मैं मर जाऊंगा!

खुद का अपमान कराके जीने से तो अच्छा मर जाना है। क्योंकि प्राणों के त्यागने से केवल एक ही बार कष्ट होता है पर अपमानित होकर जीवित रहने से आजीवन दुःख होता हैं।

जीवन एक खेल है इसे ज़रूर खेलना चाहिए।

जीवन एक खेल है जिसे ज़रूर खेलना चाहिए।

Zindagi ko naye andaaz se dekna seekho,
Har roj ke kaam ko alag tarike se karna seekho,
apne aas paas ke log tho vahi rahenge..
sirf badalna apna najariya,fir vahi log naye lagne lagenge..!!

अनुभव महज वो नाम है जो हम अपनी गलतियों को देते हैं।

लोग आप के बारे में क्या सोचते हैं उससे आपको कोई मतलब नहीं है।