तनहा छोड़ कर हमको होंसला भी देते हो
सांस छीन कर जीने की दुआ भी देते हो
एक तरफ जुदाई का गम भी जारी है
और मुस्कुराने का मशवरा भी देते हो.
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तनहा छोड़ कर हमको होंसला भी देते हो
सांस छीन कर जीने की दुआ भी देते हो
एक तरफ जुदाई का गम भी जारी है
और मुस्कुराने का मशवरा भी देते हो.
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