ऐसे जख्मों का क्या करे कोई
जिन्हें मरहम से आग लग जाए

मै उन्हे बदला हुआ दिखता हुँ.....
कभी वो खुद को भी तो देखे ......

वो मुजे नफ़रत करें या प्यार करें
मैं तो एक दीवाना हूँ

रख लेता शहर को अपनी जेब में
अगर तेरी वफा बेवफा ना होती

ख़ामोशी बहुत कुछ कहती हे
कान लगाकर नहीं दिल लगाकर सुनो

काश तुम मेरे होते सांस ही थम जाती
अगर ये शब्द तेरे होते

फ़िक्र तो तेरी आज भी करते है
बस जिक्र करने का हक नही रहा

जो लोग दर्द को समझते हैँ
वो कभी भी दर्द की वजह नहीँ बनते

कामयाबी का जूनून होना चाहिए
फिर मुश्किलो की क्या ओकात

जी भर गया है तो बता दो
हमें इनकार पसंद है इंतजार नहीं
Er kasz

उसने कहा क्या चल रहा है आजकल
हमने भी कह दिया सिर्फ साँसे

प्रेम के बाद सहानुभूति मानव ह्रदय की पवित्रतम भावना है।

महोब्बत रहे या ना रहे
स्कुल की बेन्च पर तेरा नाम आज भी है

माना कि 36 लडके मरते है
तेरी चाल पर
72 छोरी मरती है
Mere Attitude पर....!!!

किसी के भी पीछे इतना न भागो
की अपनी ही चाल का अंदाजा न हो ...!!!! !