ये तो कहिए इस ख़ता की क्या सज़ा
मैं जो कह दूँ आप पर मरता हूँ मैं
ये तो कहिए इस ख़ता की क्या सज़ा
मैं जो कह दूँ आप पर मरता हूँ मैं
आप प्यार को खरीद नहीं सकते पर इसके लिए भारी कीमत चुका सकते हैं।
Attitude तो बचपन से है
जब पैदा हुआ तो डेढ़ साल मैंने किसी से बात नही की
अगर यह इश्क इतना आसान होता तो . .. ... आशिकों के जनाजे नहीं निकला करते!
तेरी लवली eyes ने मुझपे जो effect किया है
मेने सब को reject कर के तुझे select किया है
इस तन्हा रात में अजीब सी बात है, लाख
ना चाहने पर भी याद तू आती है !!
कहां तलाश करोगी हम जैसा
जो तुम्हारी नफरत भी सहे और प्यार भी कर
अफवाह थी कि मुझें इश्क हुआ है
लोगों ने पूछ पूछ कर आशिक बना दिया
गर मेरे होंठ पर लग गया तेरे सुर्ख होठों का रंग
तो दाग़ अच्छे है
सांसे बस दिखाने के लिये लेता हूं.
वरना जिंदगी तो मेरी तुम ही हो
हमे सिंगल रेहने का शौक नही
हमारा तेवर झेल सके वो आज तक मिली नही
हर कोई पूछता है, करते क्या हो तुम ??
जैसे मोहब्बत कोई काम ही नहीं...!
बड़े ही अच्छे हुआ करते थे वो दिन
जिनमे तेरा आना जाना लगा रहता था
मरते तो तुझ पर लाखो होगें
मगर मै तो तेरे साथ जिना चाहता हुं सनम
आज दर्द कुछ इस तरह से हो रहा है
कम्बख्त जैसे फिर कभी होगा ही नही