तड़पती है आज भी रूह आधी रात को; निकल पड़ते हैं आँख से आँसू आधी रात को; इंतज़ार में तेरे वर्षों बीत गए सनम मेरे; दिल को है आस आएगी तू आधी रात को।
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तड़पती है आज भी रूह आधी रात को; निकल पड़ते हैं आँख से आँसू आधी रात को; इंतज़ार में तेरे वर्षों बीत गए सनम मेरे; दिल को है आस आएगी तू आधी रात को।
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