झूठे दिलासे से स्पष्ट इंकार
अधिक बेहतर है

कभी ऐसा भी हो
मैं कोई वादा करूँ तुम उसे निभाओ

कोई नया जखम नही दिया उसने
पता करो वो ठीक तो हे

काश एक तारा टूट जाए आज.
.
मुझे मौत मांगनी है...".

आज कल तो अपने भी भूल जाते हे
खेर तु तो पराया था

जब नफरत करते थक जाओ
एक मौका प्यार को भी दे देना

तुम बदले तो मज़बूरिया थी
हम बदले तो बेवफा हो गए

वो मतलब से मिलते थे और हमे तो बस मिलने से मतलब था !!!

तुम्हारी औकात इतनी नही कि
ए हमारा तेवर झेल सको

देखेंगे हम आईना उस दिन
कि खुद का ही अक्स नज़र आये

बोतल में थी तो खामोश थी
अन्दर गयी तो बवाल हो गयी

तेरी नफरत में वो दम कहाँ जो मेरी चाहत
को कम कर दे

वोह जो तेरा कुछ नहीं लगता
तुझ बिन परेशान रहता है

कुछ तो बेवफाई मुझमे भी है
जिंदा हुँ मे तेरे बगैर

काफिला खुशबू का गुजरा है
तुम कहीं आस पास हो शायद