मुझे अपने किरदार पे इतना तो यकीन है की
कोई मुझे छोड़ सकता है लेकिन भूल नही सकता

मुस्कुराने से भी होता है ग़में-दिल बयां
मुझे रोने की आदत हो ये ज़रूरी तो नहीं

मेरी रूह गुलाम हो गई है तेरे इश्क़ में शायद
वरना यूँ छटपटाना मेरी आदत तो ना थी

हम नादां थे जो उन्हें हमसफ़र समझ बैठे
वो चलते थे मेरे साथ पर किसी और की तलाश में

हमेशा के लिए रखलो ना मुझे पास अपने
कोई पूछे तो बता देना के किरायेदार है दिल का

आग लगना मेरी फितरत में नही
पर लोग मेरी सादगी से ही जल जाये उस में मेरा कया कसूर

"मेरा एक हाथ पूरी दुनिया से लडने के लीये काफी है..
एकबार तू दूसरा थामकर तो देख..."

चुप चाप चल रहे थे अपनी मंज़िल की और
फिर ठेके पर नज़र पड़ी और गुमराह से हो गये हम

मिलने को तो मिलते है दुनिया में कई चेहरे
पर तुम सी मोहब्बत हम खुद से भी न कर पाए

हथेलियों पर मेहँदी का “ज़ोर” ना डालिये,
दब के मर जाएँगी मेरे “नाम” कि लकीरें…!!!!

कोशिश के बाद भी जो मुकम्मल ना हो सके,
तेरा नाम भी उन्ही ख्वाहिशों में शामिल है !!

हम जिंदगी की भागदौड़ मे इतने लीन हो गए
पता ही नहीं चला गोलगप्पे कब 10 के तीन हो गए

कैसे करूं मैं तुम्हारी यादों की गिनती
कोई अपनी सांसों का हिसाब रख पाया है भला

गर काबिलियत है मोहब्बत के पैमाने आपके लिए
तो नहीं अब मेरी मोहब्बत के क़ाबिल आप

तेरे पास भी कम नहीं मेरे पास भी बहुत हैं
ये परेशानियाँ आजकल फुरसत में बहुत हैं