आज भी लोग हमारी इतनी इज्जत करते हैं
हम जिसे मेसेज करते हैं वो सर झुकाकर पढ़ते हैं

जुदा होने का शोक भी पूरा कर लेना मेरे हमदम
लगता हे तुझे हम जिंदा अच्छे नहीँ लगते

छोङो ना यार क्या रखा है सुनने और सुनाने मेँ
किसी ने कसर नहीँ छोङी दिल दुखाने मेँ

ज़लील ना किया करो किसी फ़कीर को
ऐ दोस्त वो भीख लेने नहीँ तुम्हेँ दुआएँ देने आता है

सुनो दिन तो ख़राब कर ही दिया तुमने
क्या ये शाम भी अब ऐसे ही तकरार में ज़ाया करोगे

मेरे attitude पर मत जाना तुम्हारे समझ नही आएगा
दिल से मत समझना वरना दिल ही निकाल जायेगा

तुम्हारे जिस्म की ख़ुश्बू गुलों से आती है,
ख़बर तक तुम्हारी अब दूसरों से आती है..

वैसे दुश्मनी तो हम चिटी से भी नहीं करते
लेकिन बीच में आया तो शेर को भी नहीं छोडते

चाहते तो दोनों बहुत हैं एक दूसरे को मगर
ये हकीक़त मानता वो भी नहीं और मैं भी नहीं

आज फिर बैठा हूँ हिचकियों के इन्तिज़ार में.
देखूं तो सही तुम कब मुझे याद करते हो ।।

रिश्ते खराब होने की एक वजह ये भी है
कि लोग अक्सर टूटना पसंद करते है पर झुकना नहीं

उस शक्श से फ़क़त इतना सा ताल्लुक हैं मेरा
वो परेशान होता है तो मुझे नींद नही आती है

कैसे ये कह दूं की "तुमसे मोहब्बत नहीं"
मुँह से निकला झूठ "आँखों से पकड़ा जायेगा"

मोहब्बत जीत जाएगी अगर तुम मान जाओ तो
मेरे दिल मैं तुम ही तुम हो अगर तुम जान जाओ तो

ये तो शौक है मेरा दर्द लफ्जो मे बयां करने का
नादान लोग हमे युं ही शायर समझ लेते है