मालूम नहीं परन्तु क्यों अजमल कसाब की फांसी नाना पाटेकर का क्रांतिवीर का डायलाग याद करवा देती है साला एक मछर आदमी को...
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मालूम नहीं परन्तु क्यों अजमल कसाब की फांसी नाना पाटेकर का क्रांतिवीर का डायलाग याद करवा देती है साला एक मछर आदमी को...
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