इससे तो एग्जिट पोल ही अच्छे थे। ~ भाजपा
मैं तो पहले ही कह रहा था ये WhatsApp और Facebook मिले हुए हैं।
सबसे बड़ा सवाल: कांग्रेस पहले साफ होगी या गंगा?
सुबह का भटका अगर पकड़ा जाए तो उसे भटकल नहीं कहते हैं।
डॉलर की क्या औकात है? . .. ... उस से महंगे तो हमारे टमाटर हैं।
दरअसल किरण जी ने कमर तोड़ मेहनत की जगह कमल तोड़ मेहनत की।
तुम मुझे तुम कह कर बुलाओ ये आप बड़ा केजरीवाल सा लगता है।
ये बारिश नहीं सरकारी कर्मचारी के आँसू हैं जेटली साहब।
सभी सरदार: जो बोले सो निहाल! मनमोहन सिंह: जो बोले सो निया !
कांग्रेस के राज में 100% लोग महंगाई से परेशान थे अब सिर्फ 69%।
आम आदमी आम ही की तरह होता है; कोई चूस लेता है कोई काट लेता है।
दिन तो अच्छे आ गए है ... खैर; अब रातों के लिए किसे वोट दिया जाये।