इश्क़ पाने की तमन्ना में कभी कभी ज़िंदगी खिलौना बन जाती है; जिसे दिल में बसाना चाहते हैं वो सूरत सिर्फ याद बन रह जाती है।
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इश्क़ पाने की तमन्ना में कभी कभी ज़िंदगी खिलौना बन जाती है; जिसे दिल में बसाना चाहते हैं वो सूरत सिर्फ याद बन रह जाती है।
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