क्या कुछ न किया है और क्या कुछ नहीं करते; कुछ करते हैं ऐसा ब-खुदा कुछ नहीं करते; अपने मर्ज़-ए-गम का हकीम और कोई है; हम और तबीबों की दवा कुछ नहीं करते।
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क्या कुछ न किया है और क्या कुछ नहीं करते; कुछ करते हैं ऐसा ब-खुदा कुछ नहीं करते; अपने मर्ज़-ए-गम का हकीम और कोई है; हम और तबीबों की दवा कुछ नहीं करते।
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