Home
Aapka Swagat Hai
Shayari Bazar
Mai
Toggle navigation
Menu
English
Punjabi
Hindi
Urdu
Haryanvi
Two-lines
Riddles
Sms
Facebook Status
Jokes
Quotes
Catholic
Home
Hindi
Love Shayari
जरा सा भी नही पिघलता दिल
जरा सा भी नही पिघलता दिल
जरा सा भी नही पिघलता दिल तेरा
इतना क़ीमती पत्थर कहाँ से ख़रीदा
Like
(
0
)
Dislike
(
0
)
Share
Related Post
भीड़ में खड़ा होना मकसद नही
कोशिश के बाद भी जो मुकम्मल
काश उसे चाहने का अरमान ना
पगली इतनी भी मत अकड की
क्यूँ भटकते हो सरे राह बारिश
तेरी आरज़ू मेरा ख्वाब है जिसका
ख़मोशी से मुसीबत और भी संगीन
बहुत अजीब है यह बंदिशें मोहब्बत
मौहब्बत मुझे थी उनसे इतनी सनम
कहीं किसी रोज़ यूँ भी होता
Your Comment
Login
Your Comment