एक जुर्म हुआ है हम से एक यार बना बैठे हैं; कुछ अपना उसको समझ कर सब राज़ बता बैठे हैं; फिर उसकी प्यार की राह में दिल और जान गवा बैठे हैं; वो याद बहुत आते हैं जो हुमको भुला बैठे हैं।

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