कुछ नहीं बाकी बचा है तेरे जाने के बाद; तड़प उठता है मेरा दिल आ जाये जो तेरी याद; मायूस हो गया हूँ मैं अपनी सूनी ज़िंदगी से; कोई तो हो जो समझे मेरे दिल के यह जज़्बात।
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कुछ नहीं बाकी बचा है तेरे जाने के बाद; तड़प उठता है मेरा दिल आ जाये जो तेरी याद; मायूस हो गया हूँ मैं अपनी सूनी ज़िंदगी से; कोई तो हो जो समझे मेरे दिल के यह जज़्बात।
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