लू भी चलती थी तो बादे-शबा कहते थे; पांव फैलाये अंधेरो को दिया कहते थे; उनका अंजाम तुझे याद नही है शायद; और भी लोग थे जो खुद को खुदा कहते थे।
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लू भी चलती थी तो बादे-शबा कहते थे; पांव फैलाये अंधेरो को दिया कहते थे; उनका अंजाम तुझे याद नही है शायद; और भी लोग थे जो खुद को खुदा कहते थे।
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