दोस्तों इन लड़कियों के चक्कर में मत पड़ना क्योंकि; ये आती हैं हीर की तरह; लगती हैं खीर की तरह; चुभती हैं तीर की तरह; और आखिर में हालत कर देती हैं फ़कीर की तरह।
दोस्तों इन लड़कियों के चक्कर में मत पड़ना क्योंकि; ये आती हैं हीर की तरह; लगती हैं खीर की तरह; चुभती हैं तीर की तरह; और आखिर में हालत कर देती हैं फ़कीर की तरह।
कहते हैं इश्क में नींद उड़ जाती है; कोई हमसे भी इश्क करे कम्बख्त हमें नींद बहुत आती है।
Attitude तो बचपन से ही है - . . . . . जब पैदा हुआ तो डेढ़ साल मैंने किसी से बात ही नही की थी।
कभी पसंद न आये साथ मेरा तो बता देना ए दोस्त; हम दिल पर पत्थर रख के तुम्हे . . . . . . गोली मार देंगे! बड़े आये नापसंद करने वाले!
जो मुझे भूल जाए उसका: मोबाइल टूट जाए चार्जर जल जाए सिम लॉक हो जाए Local पे STD का बिल आए और घर पे भी रोमिंग लगे।
तुम हँसते रहो मुस्कुराते रहो नाचते रहो सदा खिल-खिलाते रहो; मेरा क्या है . . . . . . . . . . . . लोग तुम्हें ही पाग़ल समझेंगे।
अच्छा एक बात बताओ गधा तन्हाई में क्या महसूस करता है? . . . . . . कोई जल्दी नहीं है महसूस करके बता देना।
एक प्यारा सा कोई संदेश भेज दो; दोस्ती का सच्चा उपदेश भेज दो; अगर एक मैसेज भी ना हो सके तुमसे; तो किसी को अपना मोबाइल बेच दो।
चेतावनी: अगर आपको कोई अनजान पार्सल मिले तो उसे ना खोलें। उसमें मेरी फोटो हो सकती है और आपकी ज़रा सी लापरवाही आपको मेरा दीवाना बना सकती है।
पढ़ाई करो फेल होने से मत डरो; लड़कियां छेड़ो बदनामी से मत डरो; हर लड़की को प्रपोज करो इंकार से मत डरो; क्योंकि; गीता में लिखा है कर्म करो फल की इच्छा मत करो।
शेर शेरनी को किस करने लगा!शेरनी उसे रोककर इधर उधर दखने लगी! शेर: क्या हुआ? शेरनी: देख रही हुं आस पास डिसक्वरी चेनल वाले तो नही; साले एम् एम् एस बना लेते हैं!
हंसी के लिए गम कुर्बान; ख़ुशी के लिए आंसू कुर्बान; दोस्त के लिए जान भी कुर्बान; अगर दोस्त की गर्लफ्रेंड मिल जाए तो साला दोस्त भी कुर्बान।
लोग कहते हैं कि अगर अच्छे लोगों को याद किया जाये तो वक़्त भी अच्छा गुज़रता है; इसलिए मैंने सोचा कि... . . . . . . . . आपको अपनी याद दिल दूँ।
अनोखा दिमाग मासूम चेहरा; मीठी आवाज खूबसूरत आँखें; एकदम शख्सियत खुशमिजाज़ अंदाज़। . . . . . . ये तो हुई मेरी बात; और बताओ आप कैसे हो?
दिल दिया था जिसको दीवानी समझकर; दिल दिया था जिसको दीवानी समझकर; खा गई दिल को बिरयानी समझकर; एक आंसू भी ना छोड़ा उस भुक्खड़ ने; उसे भी पी गई नींबू पानी समझकर।