अर्ज़ किया है: कपड़े सिलवाने हों तो ढूढ़ लो दर्जी; वाह वाह; कपड़े सिलवाने हों तो ढूढ़ लो दर्जी; और; नंगू पूंगु घूमना हों तो आपकी मर्जी।
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अर्ज़ किया है: कपड़े सिलवाने हों तो ढूढ़ लो दर्जी; वाह वाह; कपड़े सिलवाने हों तो ढूढ़ लो दर्जी; और; नंगू पूंगु घूमना हों तो आपकी मर्जी।
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