ज़रा गौर फरमाईएगा: कविता का नाम है - दो बूंद ! सुनिए: . . . . . . . . टपक! टपक! शुक्रिया! उम्मीद है कि पसंद आई होगी।
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ज़रा गौर फरमाईएगा: कविता का नाम है - दो बूंद ! सुनिए: . . . . . . . . टपक! टपक! शुक्रिया! उम्मीद है कि पसंद आई होगी।
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