तेरी ख़ामोशी और उदासी को हम समझ ना सके ऐ दोस्त; . . . . . . . वो तो शाम को तेरी मम्मी ने बताया कि आज तेरी चप्पल से पिटाई हुई है।
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तेरी ख़ामोशी और उदासी को हम समझ ना सके ऐ दोस्त; . . . . . . . वो तो शाम को तेरी मम्मी ने बताया कि आज तेरी चप्पल से पिटाई हुई है।
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