ना जाने वो हमसे क्या छुपाती थी। कुछ था उसके होंठों पे मगर ना जाने क्यों शर्माती थी जब मुँह खुलवाया तो पता चला कि . .. ... .... ..... कमबख्त गुटखा खाती थी!
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ना जाने वो हमसे क्या छुपाती थी। कुछ था उसके होंठों पे मगर ना जाने क्यों शर्माती थी जब मुँह खुलवाया तो पता चला कि . .. ... .... ..... कमबख्त गुटखा खाती थी!
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