आज मौसम कितना खुश गंवार हो गया; खत्म सभी का इंतज़ार हो गया; बारिश की बूंदे गिरी कुछ इस तरह से; लगा जैसे आसमान को ज़मीन से प्यार हो गया। शुभ सावन!
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आज मौसम कितना खुश गंवार हो गया; खत्म सभी का इंतज़ार हो गया; बारिश की बूंदे गिरी कुछ इस तरह से; लगा जैसे आसमान को ज़मीन से प्यार हो गया। शुभ सावन!
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