बहुत अफ़सोस हो रहा है उन बेचारे लड़के-लड़कियों पे जो . . . . . . . . . कंबल रज़ाई में छुप कर कॉल और मैसेज किया करते थे। अब करो हाय रे गर्मी!
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बहुत अफ़सोस हो रहा है उन बेचारे लड़के-लड़कियों पे जो . . . . . . . . . कंबल रज़ाई में छुप कर कॉल और मैसेज किया करते थे। अब करो हाय रे गर्मी!
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