कितना नादान है ये दिल कैसे समझाऊ की जिसे तू खोना नही चाहता हैं
वो तेरा होना नही चाहता
कितना नादान है ये दिल कैसे समझाऊ की जिसे तू खोना नही चाहता हैं
वो तेरा होना नही चाहता
आसमान से ऊचा कोई नहीं; सागर से गहरा कोई नही; यूँ तो मुझको सभी प्यार करते हैं; पर आपसे प्यारा कोई नहीं।
आजकल आम भी खुद ही गिर जाया करते है पेड़ो से
क्योंकि उन्हें छिप छिप कर तोड़ने वाला बचपन जो नहीं रहा
उसने तो कर ही लिए किनारे कामिल से कुछ इस कदर
तदबीरें सकून की सीखनी पढ़ें किन्ही गैरों से ख़ुदा न करे
कोशिश तो होती है कि तेरी हर ख्वाहिश पूरी करूँ
पर डर लगता है के तु ख्वाहिश मे मुझसे जुदाई ना माँग ले
सोचते हैं, जान अपनी उसे मुफ्त ही दे दें,
इतने मासूम से खरीदार से क्या लेना देना..
जहाँ से तेरा मन चाहे वहा से मेरी जींदगी को पढ ले
पन्ना चाहे कोई भी खुले हर पन्ने पर तेरा ही नाम होगा
हम तो निकले थे तलाशे इश्क में अपनी तनहाईयों से लड़ कर
मगर गर्मी बहुत थी गन्ने का रस पी के वापिस आ गए
"बोतल छुपा दो कफ़न में मेरे, शमशान में पिया करूंगा, जब खुदा मांगेगा हिसाब, तो पैग बना कर दिया करूंगा"
हर तन्हा रात में इंतज़ार है उस शख़्स का
जो कभी कहा करता था तुमसे बात न करूँ तो रात भर नींद नहीं अाती
Beta: बड़ा आदमी बनना है तो रिस्क उठाना पड़ेगा
Mom: हरामखोर पहले ये चप्पल उठा और साईड में रख अभी पोछा लगाया है
अगर मिलती मुझे एक दिन की बादशाही
तो ऐ अजीज दोस्तो मेरी रियासत में तुम्हारी तस्वीर के सिक्के चलते
लोग सच कहते हैं कि वकत के साथ सब कुछ बदल जाता है
पर ना जाने कयों छुप कर कहीं जिंदा रह जाती है ये मोहबत
डाल दो अपनी दुआओं के कुछ अल्फ़ाज़ मेरी झोली में
क्या पता आपके लब़ हिलें और मेरी ज़िन्दगी सँवर जाऐ
तुझसे प्यार करता हुँ इसलिए तेरी फीकर करता हुँ
जिस दिन नफरत करुंगा उस दिन तेरा जिकर भी नहीँ करुंगा