पागलपन की हद से न गुजरे तो प्यार कैसा
होश में तो रिश्ते निभाए जाते है

चाहे कुछ भी हो सवालात ना करना उनसे
मेरे बारे में कोई बात ना करना उनसे

विश्वसनीय होना प्यार किये जाने की तुलना में एक ज्यादा बड़ी तारीफ है।

कहने में तो मैंरा दिल एक है लेकिन
जिसको दिल दिया वह हजारों में एक हैं

अपने दोस्तों को सिर्फ तारीफ से नहीं बल्कि प्यार के तोहफे से करीब लाओ।

बस तू मेरी आवाज़ से आवाज़ मिला दे
फिर देख कि इस शहर में क्या हो नहीं सकता

मुझे किसी के बदल जाने का गम नही
बस कोई था जिस पर खुद से ज्यादा भरोसा था

प्रेमी : तुम प्यार को चुनोगी या पैसे को ? प्रेमिका : पैसे वाले के प्यार को !

प्रेम को कारण की ज़रुरत नहीं होती वो दिल के तर्कहीन ज्ञान से बोलता है।

लड़की ढूंढनी होती तो कबकी ढूँढ लेते….
हम तो बादशाह है रानी ही ढूंढेग!.

उनकी बातों मैं प्यार के तेवर कम थे
पर जब आँखों में झाँका तो हम ही हम थे

चीर कर बहा दो लहू, दुश्मन के सीनेका...
यही तो मजा है, हिन्दू होकर जीने का..!!!

लड़कियां भले ही आईफोन 6 ले ले दोस्तो
पर आना हम लडको के पास मिस कॉल ही है

तुम मिल गई तो खुदा भी नाराज हैं मुझसे
कहता है कि अब तु कुछ माँगता नहीं...

लफ्ज...अल्फाज...कागज़ और किताब...!
कहां- कहां रखा हमने तेरी यादों का हिसाब...!!