गुजर जाएगा ये दौर भी ज़रा इत्मीनान तो रख
जब ख़ुशी ही ना ठहरी तो ग़म की क्या औकात है।
गुजर जाएगा ये दौर भी ज़रा इत्मीनान तो रख
जब ख़ुशी ही ना ठहरी तो ग़म की क्या औकात है।
तुम न लगा पाओगे अंदाजा मेरी बर्बादियों का....
तुमने देखा ही कहा है मुझे शाम होने के बाद...
दिखावे की मोहब्बत तो जमाने को हैं हमसे
पर ये दिल तो वहाँ बिकेगा जहाँ ज़ज्बातो की कदर होगी
टूटता हुआ तारा सबकी दुआ पूरी करता है..
क्यों के उसे टूटने का दर्द मालूम होता है….!
गुड नाईट
झुठी शान के परिंदे ही ज्यादा फड़फड़ाते हैं
तरक्की के बाज़ की उडान में कभी आवाज़ नहीं होती
इस उम्मीद में काट देते है रात आँखों आँखों में
कभी तो अँधेरों के बाद उजालों का सिलसिला होगा
ज़िन्दगी हमें बहुत खूबसूरत दोस्त देती है
लेकिन अच्छे दोस्त हमें खूबसूरत ज़िन्दगी देते हैं
वो रो रो कर कहती रही मुझे नफरत है तुमसे
मगर एक सवाल आज भी परेशान किये हुए है की अगर इतनी नफरत ही थी तो वो रोई क्यों
तेरी आरज़ू मेरा ख्वाब है;
जिसका रास्ता बहुत खराब है;
मेरे ज़ख्म का अंदाज़ा न लगा;
दिल का हर पन्ना दर्द की किताब है।
यूं मेरी मजबूरियो को मेरी बदकिस्मती मत समझना
क्योंकि हम उन राहो से भी गुजरे है जहां किस्मत तो क्या साया भी साथ नहीं देता
ऑटो में बैठने के बाद लड़किया भीड़ को देख ऐसे एटिट्यूड दिखाती हैं मानो
उनकी लक्जरी कार पंचर हो गई है इसलिए उन्हें ऑटो से जाना पड़ रहा है
यु मत तड़पा online दिखा के, अब छोड़ ही दिया हे तो block कर दे...
सुन छोरी तेरा AttiTude मेरे सामने Chillar हैं
क्योंकि अपना Naam ही Nandkishor killer हैं
मैंने अपनी मौत की अफवाह उड़ाई थी,
दुश्मन भी कह उठे आदमी अच्छा था...!!!