ईश्क की होलिया खेलनी छोड दी है हमने
वरना हर चेहरे पे रंग हमारा होता
ईश्क की होलिया खेलनी छोड दी है हमने
वरना हर चेहरे पे रंग हमारा होता
Aa rha hu me ZINDAGI aa rha hu me
kar le aa mujh se #Dosti zindagi aa rha hu me
लङकियों को Limit में रहना चाहिए
बाकि Unlimited तो मेरा Net pack भी है
ऊँची इमारतों से घर मेरा घिर गया
कुछ लोग मेरे हिस्से का सूरज भी खा गए
मौजूद थी उदासी अभी तक पिछली रात की
बहला था दिल ज़रा सा की फिर रात हो गई
अधूरी हसरतों का आज भी इलज़ाम है तुम पर,
अगर तुम चाहते तो ये मोहब्बत ख़त्म ना होती..
तुझे क्या लगा तु मुझे छोड कर चली जाएगी तो मैं मर जाऊंगा
घंटा अरे पगली लडकी है तु OxyGeN नहीं
देश मेरा क्या बाजार हो गया है
पकड़ता हूँ जो तिरंगा हाथ में लोग पूछते हैं कितने का है
Er kasz
मेरी पीठ पर जो जख्म है वो दोस्तों के दस्तखत है
सीना सलामत है अभी दुश्मनों के इंतज़ार में
अगर दे तु हमको अपने हुस्न की तारीफ का एक मौका कसम से
पूरी महफिल को तैरा दिवाना ना कर दुँ तो लानत है मैरी शायरी पर
शराफत से रह रहे है रहने दो जब मन हुआ इस कातिल दुनिया पे राज करने का
तो ना गोली चलेगी ना तलवार हमारी मोजडी के निशान देखकर लोग बोलेंगे ये बापु का साम्राज्य है
Uski Judai Ne Mujhe Lafzon Ka Baadshah Bana Diya
Mein Kisi Se Baat Bhi Karta Hoon Log Wah Wah Karte Hai
er kasz
सुनो तुम्हारे प्यार का मौसम
हर मौसम से प्यारा है
दिल मेँ बुराई रखने से बेहतर है
अपनी नाराजगी जाहिर कर दो