मै उन्हे बदला हुआ दिखता हुँ
कभी वो खुद को भी तो देखे

कोई और तरीक़ा बताओ जीने का
साँसे ले ले कर थक गया हूँ

तुम पुकारो तो एक बार मुझे
मौत की हद से भी लौट अाऊंगा...

नफ़रत सी हो गई हैँ इस दुनिया से, एक तुम से मोहब्बत करके॥

किन चिरागों की बात करते हो
सब चिरागों तले अँधेरा है

ऐसे जख्मों का क्या करे कोई
जिन्हें मरहम से आग लग जाए

भूख रिश्तों को भी लगती है
प्यार कभी परोस कर तो देखिय

कुछ खास जादू नही है मेरे पास
बस बातें दिल से करता हूँ

जी भर गया है तो बता दो
हमें इनकार पसंद है इंतजार नहीं

कांटे तो नसीब में आने ही थे
फूल जो हमने गुलाब चुना था

भूल गये हो चाहने वालो या
यादे भी महंगी कर दी सरकार ने

मै उन्हे बदला हुआ दिखता हुँ.....
कभी वो खुद को भी तो देखे ......

जलने लगा है जमाना सारा
क्योंकी चलने लगा है नाम हमारा

जलने लगा है जमाना सारा
क्योंकी चलने लगा है नाम हमारा

खुबसुरत यूहीं नहीं हु मैं
तेरे गम़ का निखार है मुझ पर