" बुलबुल के परो में बाज़ नहीं होते,
कमजोर और बुजदिलो के हाथो में राज नहीं होते ,
जिन्हें पड़ जाती है झुक कर चलने की आदत ,
उन सिरों पर कभी ताज नहीं होते। "

कोई रूठा हुआ शख्स आज बहुत
याद आया.....
><
एक- गुजरा हुआ वक्त आज बहुत
याद आया.....
><
छुपा लेता था जो मेरे दर्द को सीने
मे अपने.....
><
आज- फिर दर्द हुआ तो वह बहुत
याद आया.....

किसी ने मुझसे पुछा की :
"तुम इतने खुश कैसे
रेह लेते हो…??"
तो मेने कहा :-
"मैनें ज़िन्दगी की गाड़ी
से वो साइड ग्लास
ही हटा दिया,
जिसमे पीछे छूटे रास्ते नज़र आते हैं..!

साँसों मे मेरे कुछ  अजीब सी कशिश है आज जाना,
शायद ये तुम्हारे साँसों को महसूस कर रहा है,
आँखें मेरी तुम्हारी राहों पे आके थम गयी हैं,
और ये दिल, तुम्हारे आने का इंतेज़ार कर रहा है.

यार कल रात घर देर से पहुचा बेल बजाई पर बीबी ने दरवाजा खोला ही नही पूरी रात सडक पर गुजारी
दोस्त : फिर सुबह बीबी की खबर ली के नही
नही यार सबेरे याद आया बीबी तो मायके गई है और चाबी तो जेब मे थी

हर इन्शान को भगवान् ने जिंदगी की
ट्रेन का कंफर्म टिकट के साथ रिटर्न
टिकट भी दिया था जिसे आप न
भूले..... और जीवन की यात्रा को
सौहार्दपूर्ण बनाये - जिससे आपका
संस्मरण एक यादगार बन जाए - न की
कष्टदायी...!

यूं बादल भी सहम से जाते हैं दर्दे दिल की कहानी पर
रास्तों मे फिर तनहाई बिखर जाया करती है
हम फिर से अजनबी बन जाते है ज्माने के लिए
और दुनिया का दस्तूर तो देखिए साहब
हमे जान बूझ कर मैहफिल मे बुला लेते हैं आज्माने के लिए

तनहा बैठे हैं दोनों मैं और मेरा दिल
तेरी याद में रहते हैं दोनों मैं और मेरा दिल
शीशे का वजूद और हर तरफ हाथ में पत्थर
सहमें बैठे हैं दोनों मैं और मेरा दिल
खामोशी का सबब जो कोई पूछ ले
तेरा नाम ही लेते हैं दोनों मैं और मेरा दिल

जितनी चाहत है तुझसे उतना नाराज़ भी हूँ मैं
क्यूँकि तेरे इंतज़ार में यहाँ आज भी हूँ मैं
तू कोशिशें कर ले मुझे भुलाने की कितनी भी
पर तेरी धडकनों में कहीं जिंदा,आज भी हूँ मैं
ना मिटा सकोगी आसानी से मेरी यादों को दिल से
तेरे दिल के किसी कोने में आज भी हूँ मैं

उस ‪#‎इंसान‬ पर भरोसा करें जो आपके अंदर तीन बातें जान सके. . .
1- आपकी मुस्कुराहट के पीछे छिपा दुःख।
2- आपके गुस्से के पीछे छिपा प्यार।
3- आपके चुप रहने के पीछे का कारण।
"जो आपकी खामोशी से
आपकी तकलीफ का अंदाजा ना
कर सके,
उसके सामने जुबान से तकलीफ
बयान करना लफ्जों को जाया करना है।"