ना में तुम्हे खोना चाहता हूँ ना तेरी याद में रोना चाहता हूँ जब तक ज़िन्दगी है मैं हमेशा तुम्हारे साथ रहूँगा बस यही बात तुमसे कहना चाहता हूँ.

आज तेरी याद हम सीने से लगा कर रोये
तन्हाई मैं तुझे हम पास बुला कर रोये
कई बार पुकारा इस दिल में तुम्हें
और हर बार तुम्हें ना पाकर हम रोय

वक़्त बदलता है हालात बदल जाते हैं
ये सब देख कर जज़्बात बदल जाते हैं ये कुछ नही बस वक़्त का तक़ाज़ा है
दोस्तो कभी हम तो कभी आप बदल जाते हैं

लड़के की जमकर पिटाई करने के बाद लोगो ने
लडकी और उसकी स्कूटी को उठा कर पूछा कहीं चोट तो नहीं लगी
लडकी- नहीं रोज का काम है स्कुटी सीख रही हूं

हवा के झोंकों का हिसाब क्या रखना
जो निकल जाए वक्त उसे याद क्या रखना
बस यही सोच कर हंसता हूं मैं
के अपने गमों से दुनिया को उदास क्या रखना

संगे मरमर की तू बात न कर मुझसे..!!
मैं अगर चाहूँ तो एहसास-ऐ-मोहब्बत लिख
दु..!!
ताज महल भी झूक जाएगा चूमने के लिए...!!
में जो एक पथर पे
“Tera Naam " लिखदु....!!

अगर चीन को हरियाणा की सीमा लगती तो
हमारे हरियाणे की लेडीज ही बिटोङे बना बना कर आधे चीन पर कब्जा कर लेती
और चीन का कब्जे से भरोसा ही उठ जाता

प्यार का तोफा हर किसी को नहीँ मिलता,
ये वो फूल है जो हर बाग मे नही खिलता,
इस फुल को कभी टूटने मत देना,
क्योकि टूटा हुआँ फुल वापीस नहीँ खिलता.

घांव इतना गहरा है बयां क्या करे
हम खुद निशाना बन गये अब वार क्या करे
जान निकल गयी मगर खुली रही आंखें
अब इससे ज्यादा उनका इंतजार क्या करे

जिए हुए लम्हों को ज़िन्दगी कहते हैं
जो दिल को सुकून दे उसे ख़ुशी कहते हैं
जिसके होने की ख़ुशी से ज़िन्दगी मिले
ऐसे रिश्ते को दोस्ती कहते हैं

दोस्ती हर चहरे की मीठी मुस्कान होती है
दोस्ती ही सुख दुख की पहचान होती है
रूठ भी गऐ हम तो दिल पर मत लेना
क्योकि दोस्ती जरा सी नादान होती है

दूर रहते हैं मगर दिल से दुआ करते हैं हम
प्यार का फ़र्ज़ दिल से अदा करते हैं हम
आपकी याद सदा साथ रखते हैं हम
दिन हो या रात आपको ही याद करते हैं हम

मुस्कराहट का कोई मोल नहीं होता ,
कुछ रिश्तों का कोई तोल नहीं होता
लोग तो मिल जाते है हर मोड़ पर
लेकिन हर कोई आप सब
की तरह
अनमोल नहीं होता !!!

मैं उसके हाँथों में था टूटे हुए शीशे की तरह
बड़ी उम्मीद थी कि वो बिखरने नहीं देगा
बस गिराया कुछ इस तरह से उसने मुझे
कि फिर सिमटने की आस न रही

बस यही दो मसले ज़िन्दगी भर ना हल हुए
ना नींद पूरी हुई ना ख्वाब मुकम्मल हुए
वक़्त ने कहा काश थोड़ा और सब्र होता
सब्र ने कहा काश थोड़ा और वक़्त होता