शिकायत करके समस्याओं से बचा नहीं जा सकता किन्तु जिम्मेदारी उठाकर समस्याओं को कम अवशय किया जा सकता है।
शिकायत करके समस्याओं से बचा नहीं जा सकता किन्तु जिम्मेदारी उठाकर समस्याओं को कम अवशय किया जा सकता है।
अच्छे इंसान सिर्फ और सिर्फ अपने कर्म से पहचाने जाते हैं; क्योंकि अच्छी बातें तो बुरे लोग भी कर लेते हैं।
जो जैसा करता है अन्त में वैस भरता है इसलिए दूसरो के काम की जगह हमें अपने काम में ज्यादा ध्यान देना चाहिए।
हमेशा छोटी छोटी गलतियों से बचने की कोशिश किया करो क्योंकि इंसान पहाड़ों से नहीं पत्थरों से ठोकर खाता है।
यदि आप सही हैं तो आपको गुस्सा होने की जरूरत नहीं है; और यदि आप गलत हैं तो आप को गुस्सा होने का कोई हक़ नहीं है।
किसी के दिल को चोट पहुँचा कर माफ़ी माँगना बहुत आसान है लेकिन खुद चोट खा कर किसी को माफ़ करना बहुत मुश्किल है।
बुराई इसलिए नहीं पनपती की बुरा करने वाले लोग बढ़ गये हैं; बल्कि इसलिए बढ़ती है कि सहन करने वाले लोग बढ़ गये हैं!
इंसान मकान बदलता है वस्त्र बदलता है संबंध बदलता है फिर भी दुखी रहता है; क्योंकि; वह अपना स्वभाव नहीं बदलता।
शांत-चित्तता तो पारे की तरह है। आप इसे पाने की जितनी ज्यादा कोशिश करते हैं यह उतनी ही मुश्किल से हाथ आती है।
यदि आपको अपना दर्द महसूस होता है तो आप जीवित हैं और यदि आपको दूसरों का दर्द महसूस होता है तो आप एक इंसान हैं।
विज्ञान कहता है कि जीभ पर लगी चोट सबसे जल्दी ठीक होती है और ज्ञान कहता है कि जीभ से लगी चोट कभी ठीक नहीं होती।
दुनिया में किसी भी व्यक्ति को भ्रम में नहीं रहना चाहिए। बिना गुरु के कोई भी दुसरे किनारे तक नहीं जा सकता है।
जो भी यहाँ हो रहा है उसका कारण प्राकृति है। अहंकार से मोहित मूर्ख ऐसी धारणा बना लेते हैं कि यह मैंने किया है।
किसी वृक्ष को काटने के लिए आप मुझे छ: घंटे दीजिये और मैं पहले चार घंटे कुल्हाड़ी की धार तेज करने में लगाऊंगा।
मोहब्बत वो बारिश है जिसे छूने की ख्वाहिश में हथेलियां तो गीली हो जाती हैं; मगर हाथ हमेशा खाली ही रह जाते हैं।