उनको डर है कि हम उन के लिए जान नही दे सकते
और मुझे खोफ़ है कि वो रोएंगे बहुत मुझे आज़माने के बाद

जिंदगी में लोग दुःख के सिवा दे भी क्या सकते हे
मरने के बाद दो गज्ज़ कफ़न देते हे वो भी रो रो के

स्क्रीन टच करने वाली तो हजारों मिली
yarro लेकिन तलाश है मुझे उस‪ छोरी‬ की जो दिल को‪ टच‬कर जाये

कौन कहता है तेरी याद से बेख़बर हूँ मैं; ज़रा बिस्तर की सिलवटो से पूँछ मेरी रात कैसे गुजरती है?

​यूँ तो ऐसा कोई ख़ास याराना नहीं है मेरा​ शराब से​;​ इश्क की राहों में तन्हा मिली​ हमसफ़र बन गई....

सुना है प्यार मे कोई रूठे तो उसको शायरी से मनाते है
ना हम कभी रूठे है ना हमको किसी ने मनाया है

बहुत जी चाहता है कैद​-​ए​-​जाँ से हम निकल जायें​;​तुम्हारी याद भी लेकिन इसी मलबे में रहती है।

मोहब्बत यूँ ही किसी से हुआ नहीं करती....,
अपना वजूद भूलाना पडता है,
किसी को अपना बनाने के लिए...।

वक्त का तकाजा हर फर्ज़ को मजबूर करता है
वरना कौन पिता अपनी चाँद सी बेटी को अपने से दूर करता है

मेरी तकदीर को बदल देंगे मेरे बुलंद इरादे,
मेरी किस्मत नहीं मोहताज मेरे हाँथों कि लकीरों कि !!!

हम तो बातो-बातो में दिल की बात कह
जाते हैं... और कई
लोग... गीता पर हाथ रख कर भी, सच नहीं
कह पाते है..!!

ये जान कर तेरी हर एक बात पर यकीन कर लिया
ऐ बेवफा
की इतने हसीं लबों से तुम झूठ कैसे बोल लेती हो

आंसु निकल पड़े ख्वाब मैं तुझे दुर जाता देख कर,
ऑख खुली तो एहसास हुआ इश्क सोते हुए भी रूलाता है..!!

हर पल ने कहा एक पल से पल भर के लिये आप मेरे सामने आ जाओ... पल भर का साथ कुछ ऐसा हो... कि हर पल तुम ही याद आओ!

माना की लीखना कोई बहादुरी की
शान नहीं हैं, पर यारो, थोडा रहम करो,
मेरी कोई status की दुकान नहीं हैं ।