जहाँ दोस्ती वहां प्यार; जहाँ प्यार वहां इश्क; जहाँ इश्क वहां जुदाई; जहाँ जुदाई वहां दर्द; जहाँ दर्द वहां झंडू बाम; झंडू बाम लगाओ चैन की नींद पाओ। शुभ रात्रि।
जहाँ दोस्ती वहां प्यार; जहाँ प्यार वहां इश्क; जहाँ इश्क वहां जुदाई; जहाँ जुदाई वहां दर्द; जहाँ दर्द वहां झंडू बाम; झंडू बाम लगाओ चैन की नींद पाओ। शुभ रात्रि।
वो सो जाते हैं अक्सर हमें याद किए बगैर; हमें नींद नहीं आती उनसे बात किए बगैर; कसूर उनका नहीं कसूर तो हमारा है; उन्हें चाहा भी तो उनकी इजाज़त लिए बगैर। शुभ रात्रि!
ना जाने क्यों इतनी जल्दी यह रात आ जाती है; बातों ही बातों में आपकी याद आ जाती है; हम तो आपको शुभरात्रि कहना चाहते हैं; लेकिन ना जाने क्यों आपकी याद आ जाती है। शुभरात्रि!
चाँद तारों से रात जगमगाने लगी है; फूलों की खुशबू भी दुनिया को महकाने लगी है; हो चुकी है अब यह रात गहरी; है खामोश अब चारों दिशाएं; लगता है इनको भी निंदिया रानी आने लगी है। शुभ रात्रि!
जैसे चाँद का काम है रात में रौशनी देना; तारों का काम है सारी रात चमकते रहना; दिल का काम है अपनों की याद में धड़कते रहना; वैसे हमारा है काम अपनों की सलामती की दुआ करते रहना। शुभ रात्रि!
चाँद के पलंग पर तारों की रजाई होगी; अब सो जा मेरे दोस्त वर्ना मम्मी से पिटाई होगी; दुआ है कि सुबह की अंगड़ाई में ख़ुशी समाई होगी; और जिंदगी की खुशियों ने बाहें फैलाई होगी। शुभ रात्रि!
काश कि तू देख सकता रात के इस पहरे में मुझको; कितनी बे-दर्दी से तेरी याद मेरी नींद चुरा लेती है। शुभ रात्रि!
नींद तो आने को थी; पर दिल पिछले क़िस्से ले बैठा; वही तन्हाई वही आवारगी; वही उसकी यादें और वही सुबह। शुभरात्रि!
रात आती है सितारे लेकर; नींद आती है सपने लेकर; दुआ है आप के लिए आये ये रात; ज़िंदगी की सारी खुशियां लेकर। शुभ रात्रि!
रात की प्यारी रोशनी के साथ; तारों के टिमटिमाने के साथ; चाँदनी के खिलने के साथ; एक प्यारे मैसेज के साथ। शुभ रात्रि।
तभी सुबह सुहानी होगी; जब रात आपकी दीवानी होगी; खूब मिलेंगे दुनियाँ की राहों में; जो हमसे आपकी कहानी होगी। शुभरात्रि!
कहीं अँधेरा तो कहीं शाम होगी; मेरी हर ख़ुशी तेरे नाम होगी; कुछ मांगकर तो देख हमसे; सारी जिंदगी तेरे नाम होगी। शुभ रात्रि
कोई दौलत पर नाज करता है; कोई शौहरत पर नाज करता है; जिसको मिलते हैं हमारे मैसेज; वो अपनी किस्मत पर नाज करता है। शुभ रात्रि!
जब रात को नींद ना आये और दिल की धड़कन भी बढ़ जाये तब दूसरों की नींद खराब करो शायद उनकी दुआ से आपको नींद आ जाये। शुभ रात्रि!
चाँद को बिठा के पहरे पे; तारों को दिया निगरानी का काम; एक रात सुहानी आपके लिए; एक मीठा सा सपना आपकी आँखों के नाम। शुभरात्रि!