आँखों से आँखों का मेल जब होता है दिल में एक चाहत सी जाग उठती है
रात को सपनो में उसका चेहरा होता है ज़िन्दगी भी खूबसूरत अफसाना लगती है
आँखों से आँखों का मेल जब होता है दिल में एक चाहत सी जाग उठती है
रात को सपनो में उसका चेहरा होता है ज़िन्दगी भी खूबसूरत अफसाना लगती है
एक दिन जब मेरी सांस बंद हो जाएगी मत सोचना की चाहत कम हो जाएगी
फ़र्क सिर्फ़ इतना होगा आज हम आपको याद करते हैं कल मेरी याद आपको रुलाएगी
उसके इंतजार के मारे है हम
बस उसकी यादों के सहारे है हम
दुनियाँ जीत के करना क्या है अब
जिसे दुनियाँ से जीतना था आज उसी से हारे है हम
ज़िंदगी की हर एक उड़ान बाकी है हर मोड़ पर एक इम्तिहान बाकी है
अभी तो सिर्फ़ आप ही परेशान है मुझसे अभी तो पूरा हिन्दुस्तान बाकी है..
=RPS
तेरे प्यार का सिला हर हाल मे देंगे
खुदा भी माँगे ये दिल तो टाल देंगे
अगर दिल ने कहा तुम बेवफा हो
तो इस दिल को भी सीने से निकाल देंगे
एय मेरी जिन्दगी यूँ मुझसे दगा ना कर
उसे भुला कर जिन्दा रहू दुआ ना कर
कोई उसे देखता हैं तो होती हैं तकलीफ
एय हवा तू भी उसे छुवा ना कर
सिर्फ इशारों में होती महोब्बत अगर
इन अलफाजों को खुबसूरती कौन देता
बस पत्थर बन के रह जाता ताज महल
अगर इश्क इसे अपनी पहचान ना देता
दिल के सागर में लहरें उठाया ना करो
ख्वाब बनकर नींद चुराया ना करो
बहुत चोट लगती है मेरे दिल को
तुम ख्वाबो में आकर युँ तडपाया ना करो
पल-पल इन्तजार किया एक पल के लियेँ
वो पल आया भी तो एक पल के लियेँ
अब तो हर पल इन्तजार हैँ उस पल के लिये
कि वो पल आये फिर से एक पल के लियेँ
जुबां खामोश, आँखों मे नमी होगी
यही बस मेरी एक दस्तान-ऐ-जिन्दगी होगी
भरने को तो हर जख्म भर जाऐगा
कैसे भरेगी वो जगह जहा तेरी कमी होगी
प्रेमिका: आपको मुझमे क्या अच्छा लगता है मेरी समझदारी या मेरी सुन्दरता? प्रेमी: मुझे तो यह तुम्हारी मजाक करने की आदत बहुत अच्छी लगती है!
शान से हम तेरे दिल में रहेंगे
तेरी मोहब्बत पे जान निसार करेंगे
️
देख के जलेगी हमे दुनियाँ सारी
इस कदर बे-पनाह प्यार तुझे करेंगे
अश्क बन कर आँखों से बहते हैं बहती आँखों से उनका दीदार करते हैं
माना की ज़िंदगी मे उन्हें पा नही सकते फिर भी हम उनसे बहुत प्यार करते हैं
कुछ लोग प्यार करते हैं निभाने के लिए; कुछ लोग प्यार करते हैं भूल जाने के लिए; प्यार करो तो ऐसा करो कि; दोनों तड़पे एक दूसरे के पास आने के लिए।
क्यो किसी से इतना प्यार हो जाता है
एक पल का इंतज़ार भी दुश्वार हो जाता है
लगने लगते है अपने भी प्यारे
और एक अजनबी पर ऐतबार हो जाता है