जरूरत और चाहत में बहुत फ़र्क है
कमबख्त़ इसमे तालमेल बिठाते बिठाते ज़िन्दगी गुज़र जाती है

बेचैन राते बिताकर मैं किश्तें चुका रहा हूँ
उसने एक बार मुस्कुराकर कुछ यूँ कर्ज़दार कर दिया

नींद उड़ा कर मेरी कहते है वो कि सो जाओ कल बात करेंगे
अब वो ही हमें समझाए कि कल तक हम क्या करेंगे

मेरी तकदीर को बदल देंगे मेरे बुलंद इरादे
मेरी किस्मत नहीं मोहताज मेरे हाँथों की लकीरों की

सुरत नहीं देखी अरसे से तेरी
बस वो आखिरी बार का मुस्कुरा के मिलना आज भी जीने की वजह है मेरी
G.R..s

पैसा कमाने के लिए इतना वक़्त खर्चा
ना करो कि
.
..
पैसा खर्च करने के लिए वक़्त ही ना
मिले।

जरूरी नहीं जो खुशि दे उसीसे प्यार करो
सच्ची मुहोब्बत तो अक्सर दिल तोडने वालों से ही होती है

सूरत नहीं देखी तेरी अरसे से
बस वो आखिरी बार का मुस्कुरा के मिलना आज भी जीने की वजह है मेरी
Er kasz

नजर‬ झुका के बात कर ‪पगली‬ जीतने तेरे पास ‪कपडे‬ नही होन्गे
उतने‬ तो मे रोज ‪लफडे‬ करता हुं

मोहब्बत यूँ ही किसी से हुआ नहीं करती....,
अपना वजूद भूलाना पडता है,
किसी को अपना बनाने के लिए...।

रिश्तो में जब झूठ बोलने की आवश्यकता महसूस होने लगे
तब यह समझना की अब रिश्ता समाप्ति की और है

जिसे शिद्दत से चाहो वो मुद्दत से मिलता है
बस मुद्दत से ही नहीं मिला कोई शिद्दत से चाहने वाला

बडे अजीब है इस दुनिया में लोग...
ये ऊपरवाले को तो एक मानते हैं,
लेकिन ऊपरवाले कि एक नही मानते !!!

वो बोली मेरा भाई बहुत बड़ा ‪‎Badmash‬ है
मैं बोला अपने भाई से कह दे की तेरी टक्कर का ‪जीजा‬ मिल गया है

न लफ़्ज़ों का लहू निकलता है न किताबें बोल पाती हैं
मेरे दर्द के थे दो गवाह दोनों बे-जुबान निकले