हाथ मे बस एक बासुँरी कि कमी है वरना
गोपिया हमने भी कई फसाई है
हाथ मे बस एक बासुँरी कि कमी है वरना
गोपिया हमने भी कई फसाई है
मेरी हर आह को वाह मिली है यहाँ
कौन कहता है दर्द बिकता नहीं है
अजीब सी रंगत है तेरी
कि तू रुह मे बसती तो है मगर दिखती कभी नही
वजह होती तो मिटा देते
बेवजह था इश्क़, ना रह पाया, ना समझा पाया
"कोई तो है जो हमे "Dua" मे माँग रही है.
वरना ऐसे ही थोडी हम "Single" है...!!"
वो रह ना पाए एक पल भी मेरे बिना
ऐ खुदा तु उसको मेरी आदत सी कर दे
काश ये मोहब्बत ख्वाब सी होती,
.
बस आँख खुलती और किस्सा खत्म ।
मुझे कहनी है तुमसे इक बात
दास्तान लबो से सुनोगे या निगाहो से
बहुत खूबसूरत वहम है मेरा
कहीं कोई तो होगा जो सिर्फ मेरा होगा
आज महोबब्त ने मुझे रुला दिया
जीस पर मरते रहे उसीने भुला दिया
संस्कार की बात मत कर पगली तू
हम तो Temple Run भी चप्पल उतार के खेलते हे
मनाने का रिवाज़ उसकी किताब में नहीं था
मैं रूठा तो वो चली गयी ...!!!
ए खुदा मुझे प्यार उसी से हो जो
मुझे पाकर प्यार में पागल हो जाए
तेरे पास ही होगा जरा फिर से देख
मेरे सीने से दिल आखिर गया कहाँ
जो मैं रूठ जाऊँ तो तुम मना लेना,
कुछ न कहना बस सीने से लगा लेना।