ना इश्क़ है तुझसे ना तेरी चाहत है
बस तेरे आस-पास होने से एक सुकून मिलता है
ना इश्क़ है तुझसे ना तेरी चाहत है
बस तेरे आस-पास होने से एक सुकून मिलता है
एक दिन तुमे एहसास होगा की मे कया था
पर जब तक मे तुमसे बहुत दुर जा चुका हुगा
मैं उसका हूं ये राज तो वो जान गई है
वो किसकी है ये सवाल मुझे सोने नहीं देता
मैं उसका हूं ये राज तो वो जान गई है
वो किसकी है ये सवाल मुझे सोने नहीं देता
कहानी खत्म हो तो कुछ ऐसे खत्म हो,
कि लोग रोने लगे, तालियाँ बजाते बजाते..
सूखे पत्तों की तरह बिखरे थे हम।
किसी ने समेटा भी तो सिर्फ जलाने के लिए।
जब वक़्त करवट लेता हैं ना दोस्तों
तो बाजियाँ नहीं जिंदगियाँ पलट जाती है
कभी भी ख़ुशी मे शायरी नहीं लिखी जाती है ये वो धुन है जो दिल टूटने पर बनती है....!!
वो जो औरों को बताता है जीने के तरीके ,
खुद मुट्ठी में मेरी जान लिए फिरता है .
कोन कहता हे मुसाफिर जख्मी नही होते
रस्ते गवाह है कम्बख्त गवाही नही देते
तुम्हारी शर्तो से शहेनशाह बनने से बहेतेर हे
की अपनी शर्तो पे फ़क़ीर बन जाऊ
मोहब्बत के नये मायने ढूंढने पड़ेंगे
उसने कहा तू जो करता है वो मोहब्बत नही
सिलवटें ही सिलवटें थी बिस्तर पर सुबह
यादों की करवटें ही करवटें थी रात भर
कहाँ तलाश करोगे तुम दिल हम जैसा
जो तुम्हारी बेरुखी भी सहे और प्यार भी करे
इश्क मुहब्बत क्या है मुझे नही मालूम
बस तुम्हारी याद आती है सीधी सी बात है