झुठ बोलकर तो मैं भी दरिया पार कर जाता
मगर डूबो दिया मुझे सच बोलने की आदत ने
झुठ बोलकर तो मैं भी दरिया पार कर जाता
मगर डूबो दिया मुझे सच बोलने की आदत ने
हम नवाब इसलिए है क्यो कि हम लोगो पे नही
लोगो के दिलो पे राज करते है
शक ना कर मेरी मुहब्बत पर पगली
अगर मै सबूत देने पर आया तो तु बदनाम हो जायेगी
!!!...कल तुझसे बिछड़नेका फैसला कर लिया था...!!!!!!...आज
अपने ही दिल को रिश्वत दे रहा हूँ...!!!
कितनी झूठी है ना मोहब्बत की कसमे देखो ना
तुम भी जिन्दा हो मै भी जिन्दा हुँ
मैं ज़िंदगी की दुआ माँगने लगा हूँ बहुत,
जो हो सके तो दुआओं को बेअसर कर दे।।
ना कोई हमदर्द था ना ही कोई दर्द था
फिर एक हमदर्द मिला उसी से सारा दर्द मिला
किस बात से ख़फ़ा हो बस इतना बता दो
वज़ह जानकर, हम खुद को सज़ा देना चाहते हैं
रिश्ते अगर बढ़ जाये हद से तो ग़म मिलते है
इसलिए आजकल हम हर शख्स से कम मिलते है
उनकी नजरो में फर्क अब भी नहीं पहले मुड़ के देखते थे
और अब देख के मुड़ जाते हैं
मंजिल मिले ना मिले ये मुकद्दर की बात है
हम कोशिश भी ना करें यह तो गलत बात है
कौन कौन आता है रोने तेरे दर पे ग़ालिब
बस एक बार अपनी मौत की अफवाह उडा के देख
खुदा करे मेरी जिंदगी में ऐसा मुकाम आये,
तेरी शादी के कार्ड पे मेरा नाम आये xD
भारत का राष्ट्रीय खेल शायद अब "दिल" कर देना चाहिये? बहुत लोग खेलते हैं इससे...
कभी भी ख़ुशी मे शायरी नहीं लिखी जाती है
ये वो धुन है जो दिल टूटने पर बनती है