विलेन तो हम उसी दिन बन गये थे जिस दिन दोस्तों ने कहा था
तू सिर्फ अपनी पावर बना लवर अपने आप बनेगी

उसने कहा मत देख मेरे सपने मुझे पाने की तेरी औकात नही
मेंने भी हस कर कहा पगली आना हो तो आजा मेरे सपनो मे हकीकत मे आने की तेरी औकात नही
Er kasz

तजुर्बे ने शेरों को खामोश रहना सिखाया
क्योंकि दहाड़ कर शिकार नहीं किया जाता
कुत्ते भोंकते है अपने जिंदा होने का एहसास दिलाने के लिए
मगऱ जंगल का सन्नाटा शेर की मौजूदगी बंयाँ करता है

औकात नहीं है दुश्मनो की आँख से आँख मिलाने की
और साले बात करते है घर से उठाने की

कमाई छोटी या बड़ी हो सकती है
पर
रोटी तो सब घर में एक जैसी ही होती है

लिखी कुछ शायरी ऐसी तेरे नाम से कि
जिसने तुम्हे देखा भी नही उसने भी तेरी तारीफ कर दी

दूध का सार है मलाई मे......!
और
जिंदगी का सार है भलाई में...
तु तो दादागीरी की बात
करता है पगलै ...
हम तो उस जाती के
लोग है
जो जगलं मे पावँ रख दे तो....
शेर भी आकर बोलता है
पैरीपौना RPS जी......😊😊

‪मौत‬ से बचने का सबसे शानदार तरीका
लोगों के दिलों में ‪‎जिंदा‬ रहना सीख लो

मेरे आँसुओ की गवाही ना लेना
तेरे ज़ुल्मो की कहानी बिखर जायेगी

ये लाली ये काजल, ये जुल्फें भी खुली खुली
तुम यूँ ही जान मांग लेती इतना इंतजाम क्यूँ किया

माना कि अब तो मुझे मुहब्बत नहीं करती
लेकिन अब भी तू हमारी गली से गुजर जाए तो लोग कहते हे
के ये देखो भाई का माल जा रहा है

मैं लिखता हुं सिर्फ दिल बहलाने के लिए वर्ना
जिस पर प्यार का असर नही हुआ उस पर अल्फाजो का क्या असर होगा

खुद पे इतना गुरुर मत कर ओ शेहझादी
हम हुकम के वो पत्ते हें,जो इक्के पे भारी हें

तेरा हुआ ज़िक्र तो हम सजदे मे झुक गए
अब क्या फर्क पड़ता है मंदिर मे झुक गए या मस्जिद मे झुक गए

काश आपकी सूरत इतनी प्यारी ना होती
काश आपसे मुलाकात हमारी ना होती
सपनो में ही देख लेते हम आपको
तो आज मिलनी की इतनी बेकरारी ना होती