मतलब की दुनिया थी इसलिए छोड दिया सबसे मिलना
वरना ये छोटी-सी उमृ तन्हाई के काबिल नहीं थी

यूँ भी तो राज़ खुल जाएगा एक दिन हमारी मुहब्बत का
महफिल मे जो हमको छोड़कर सबको सलाम करते हो

पानी फेर दो इन पन्नो पर ताकि धुल जाये स्याही
ज़िन्दगी फिर से लिखने का मन करता है कभी कभी

आज मेने कहा उसको आँखे बन्द कर देख लो न
मुझे उसने कह
दिया मुझे तुम्हारा चेहरा याद नहीं....

जिस्म उसका भी मिट्टी का है मेरी तरह
ए खुदा फिर क्यू सिर्फ मेरा ही दिल तडफता है उस के लिये

पगली कहती थी कि वो मेरी रग-रग से वाकिफ है
फिर भी मेरे दिल से निकलने का रास्ता नहीं ढुढ़ पाए

सोचा हाल ही पूछ लूँ तेरा पर ङर लगता है तेरी आवाज से
जब भी सुनी है कमबख्त मोहब्बत ही हुई है

दिल के छालों को कोई शायरी कहे तो दर्द नहीं होता
तक़लीफ़ तो तब होती है जब लोग वाह-वाह करते है

ये अपना दिल भी बडा बदमाश है
लाख ससमजाया की वो तेरी नही है फिर भी साला उसकी के लिए धडकता है

जीवन में सबसे महत्वपूर्ण बात यह सीखना कि प्यार कैसे देना है और इसे अंदर कैसे आने देना है।

इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि कोई विशेष क्षण कितना कठिन है प्रेम और आशा हमेशा संभव हैं।

कहते है इंसान की ख्वाहिशों की कोई हद नहीं
मेरी अनगिनत ख्वाहिशें तो देख तू तू तू और बस तू !!

सुकून ऐ दिल के लिए कभी हाल तो पूँछ ही लिया करो
मालूम तो हमें भी है कि हम आपके कुछ नहीं लगते

दुनिया के लिए आप सिर्फ एक व्यक्ति हो सकते हैं पर किसी एक व्यक्ति के लिए आप पूरी दुनिया हो।

तुम पत्थर भी मारोगे तो भर लेंगे झोली अपनी
क्योंकि हम यारों के तोहफ़े ठुकराया नहीं करते