तन्हा बैठकर न देख हाथों की लकीरे अपनी; उठ बाँध कमर और लिख दे खुद तकदीर अपनी।

ज़िन्दगी को इतना सस्ता भी मत बनाओ दिवानो
कि दो कौड़ी की लड़की खेल कर चली जाये

हवा खिलाफ थी लेकिन, चिराग भी क्या खूब जला
खुदा भी अपने होने के क्या क्या सबूत देता है

हालात उनके ही अच्छे होते हैं जो इन्हें बेहतर बनाने के लिए बेहतर तरीकों की तलाश करते हैं।

हमारी आँखोँ के जादू से अभी तुम कहाँ वाकिफ हो
हम उसे भी जीना सिखा देते हैँ जिसे मरने का शौक होता है

आत्मविश्वास के साथ आप गगन चूम सकते हैं और आत्मविश्वास के बिना मामूली सी उपलिब्धयां भी पकड़ से बाहर हैं।

इस बात का अधिक महत्व नहीं है कि हम कहां खड़े हैं बल्कि महत्व तो इस बात का है कि हम किस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।

गुस्सा नहीं करना चाहिए एक बार गुस्सा करना से खून की आठ बूंदे नष्ट हो जाती है जिन्हें बनने में पूरे 10 दिन लगते है।

जब किसी महापुरुष से पूछा गया कि गुस्सा क्या चीज़ है? तो महापुरुष ने बहुत खूबसूरत जवाब दिया किसी की गलती की सज़ा खुद को देना।

शौंक को कभी पाला नही जाता; काँच के खिलौनों को कभी उछाला नहीं जाता; मिल जाती है मंज़िल कोशिश करने पर; हर बात को किस्मत पर टाला नहीं जाता।

क्यों डरें कि ज़िंदगी में क्या होगा; हर वक़्त क्यों सोचें कि बुरा होगा; बढ़ते रहें मंज़िलों की ओर हम; कुछ ना मिला तो क्या हुआ तज़ुर्बा तो नया होगा।

ना कर आसमान की हसरत ज़मीन की तलाश कर; सब है यहीं कहीं और ना तू कुछ तलाश कर; पूरी हो हर आरज़ू तो क्या मज़ा है जीने का; अगर जीना है तो किसी हसीन वजह की तलाश कर।

खुद की तुलना ज्यादा भाग्यशाली लोगों से करने के बजाय हमें अपने साथ के ज्यादातर लोगों से अपनी तुलना करनी चाहिए और तब हमें लगेगा कि हम कितने भाग्यवान है।

दुनियां का हर शौंक पाला नहीं जाता; काँच के खिलौनों को उछाला नहीं जाता; मेहनत करने से मुश्किलें हो जाती हैं आसान; क्योंकि हर काम किस्मत पर टाला नहीं जाता।

मायूस मत हो यह एक गुनाह होता है; मिलता वही है जो किस्मत में लिखा होता है; हर चीज़ मिले आसानी से यह ज़रूरी तो नहीं; मुश्किलों के दौर में ही तो हिम्मत का पता चलता है।