किसी व्यक्ति से यह पूछा जाना कि वह लव-मैरिज करना पसंद करेगा या अरेंज-मैरिज कुछ वैसा ही है जैसे किसी से यह पूछा जाना कि वह ख़ुदकुशी करना पसंद करेगा या फिर क़त्ल होना?

नींद नहीं बदलती बस सपने बस सपने बदल जाते हैं; मंज़िलें नहीं बदलती बस रास्ते बदल जाते हैं; जगा लो जज़्बा जीतने का दिल में; क्योंकि कोशिश करने से तो वक़्त बदल जाते हैं।

​​​एक महिला यह सोचकर शादी करती है कि वह पुरुष शादी के बाद बदल जाएगा लेकिन वो नहीं बदलता वहीं पुरुष यह सोचकर शादी करता है कि वो नहीं बदलेगी लेकिन वो बदल जाती है। ​​

ऐसा नहीं होगा कि रास्तों में रहमत नहीं होगी; पैरों के तेरे चलने की आदत नहीं होगी; अगर है कश्ती तो ना होगा किनारा कभी दूर; तेरे इरादों में अगर जीतने की चाहत बची होगी।

फ़िक्र-ए-रोज़गार ने फासले बढ़ा दिए वरना सब यार एक साथ थे
चले थे दोस्तों का पूरा काफिला ले कर
पर आधे जुदा हो गए और आधे खफ़ा हो गए
कुछ गुमशुदा तो कुछ शादीशुदा हो गए

ख्वाइस तो यही है कि तेरे बाँहों में पनाह मिल जाये शमा खामोस हो जाये और शाम ढल जाये
प्यार इतना करे कि इतिहास बन जाये और तुम्हारी बाँहों से हटने से पहले शाम हो जाये

बढ़ते कदमो को ना रुकने दे ऐ मुसाफिर; चाहे रास्ता हो कठिन और मंज़िल हो दूर; चाहे ना मिले रास्ते में कोई हमसफ़र; फिर भी झुकना नहीं और पा लेना लक्ष्य को करके बाधाएं सारी दूर।

यदि आपको लगता है कि आपके माता-पिता शिक्षक या बॉस का व्यवहार आपके प्रति बहुत ज्यादा सख्त और रूखा है तो शादी कर लीजिए और पत्नी को जिंदगी में आने दीजिये सच पता लग जाएगा।

पलकों पे आँसुओं को कभी सजाना नहीं चाहिए; हर ज़ख़्म भरने के लिए दवा नहीं चाहिए; राहों को मंज़िलों से कभी दूर नहीं कर पाओगे; मुश्किलों को देख कभी हार मान बैठ जाना नहीं चाहिए।

जरुर कोई तो लिखता होगा इन कागज और पत्थर का नसीब
वरना ये मुमकिन नहीं की कोई पत्थर ठोकर खाए और कोई पत्थर भगवान बन जाए
और कोई कागज़ रद्दी और कोई कागज़ गीता और कुरान बन जाए

अगर सीखना है दिये से तो जलना नहीं मुस्कुराना सीखो; अगर सीखना है सूरज से तो डूबना नहीं रौशनी फैलाना सीखो; अगर पहुँचना हो शिखर पर तो; रास्ते पर चलना नहीं रास्ते बनाना सीखो।

जब टूटने लगे हौंसला तो बस यही याद रखना; बिना मेहनत के कभी तख्तो-ताज हासिल नहीं होते; ढूंढ लेना अंधेरों में भी तुम मंज़िल अपनी; क्योंकि जुगनू कभी रौशनी के मोहताज़ नहीं होते।

ताश के पत्तों से कभी महल नहीं बनता; नदी को रोक लेने से कभी समंदर नहीं बनता; बढ़ते रहो ज़िंदगी में हर पल किसी नयी दिशा की ओर; क्योंकि सिर्फ एक जंग जीतने से कोई सिकंदर नहीं बनता।

आप जिस कार्य को कर रहे हैं उस पर पूरे मनोयोग से ध्यान केंद्रित करें। सूर्य की किरणों से उस समय तक अग्नि प्रज्जवलित नहीं होती है जब तक उन्हें केन्द्रित नहीं किया जाता है।

औरतें आदमियों से शादी यह सोच कर करती हैं कि शायद वो बदल जायेंगे। आदमी औरतों से शादी यह सोच कर करते हैं कि शायद वो नहीं बदलेंगी। अंत में दोनों ही एक दूसरे को निराश करते हैं।