ख़्वाहिशों से नहीं गिरते महज़ फूल झोली में; कर्म की शाख को हिलाना पड़ता है; न होगा कुछ कोसने से अंधेरें को; अपने हिस्से का दिया खुद ही जलाना होगा।

ज़िंदगी हसीन है इससे प्यार करो; हर रात की नयी सुबह का इंतज़ार करो; वो पल भी आयेगा जिसका है इंतज़ार तुम्हें; बस अपने रब पर भरोसा और वक़्त पर ऐतबार करो।

जब तक किसी व्यक्ति द्वारा अपनी संभावनाओं से अधिक कार्य नहीं किया जाता है तब तक उस व्यक्ति द्वारा वह सब कुछ नहीं किया जा सकेगा जो वह कर सकता है।

एक महान प्रश्न जिसका उत्तर कभी नहीं मिला: स्त्रियों पर अपने तीस वर्षों के शोध के बावजूद मैं भी इसका उत्तर नहीं दे पाया हूँ एक औरत क्या चाहती है

​सबसे महान शादी एक ​साथ मिलकर कार्य करने से बनती है आपसी आदर प्रशंसा की एक स्वस्थ खुराक और प्रेम और दया का खत्म कभी ​खत्म ना होना इसके तत्व है।

पूरी दुनियां की सबसे खूबसूरत जोड़ी मुस्कराहट और आंसू हैं
इन दोनों का मिलना मुश्किल है लेकिन जब ये दोनों मिलते हैं वो पल सबसे खूबसूरत होता है

हर बात में धीरज रखें विशेषकर अपने आप से। अपनी कमियों को लेकर धैर्य न खोएं अपितु तुरन्त उनका समाधान करना शुरू करें - हर दिन कर्म की नई शुरुआत है।

सामने हो मंजिल तो रास्ता ना मोड़ना; जो मन में हो वो ख्वाब ना तोड़ना; हर कदम पे मिलेगी कामयाबी तुम्हें; बस सितारे छूने के लिए कभी ज़मीन ना छोड़ना।

एक छोटी सी चीटी आपके पैर को काट सकती है; पर आपके उसके पैर को नहीं काट सकते; इसलिए जीवन में किसी को छोटा ना समझें; वह जो कर सकता है शायद आप ना कर पायें!

आप किसी की तारीफ कितनी भी कर सकते हो
लेकिन बईजजति हमेशा नाप तोल कर करना
क्योकि ये वो उधार हैं जो हर कोई ब्याज सहित चुकाने के लिये मर जाता हैं

हर जलते दीपक तले अँधेरा होता है; हर रात के पीछे एक सवेरा होता है; लोग डर जाते हैं मुश्किलों को देख कर; पर हर मुश्किल के पीछे सफलता का सवेरा होता है।

मैं उसके हाँथों में था टूटे हुए शीशे की तरह
बड़ी उम्मीद थी कि वो बिखरने नहीं देगा
बस गिराया कुछ इस तरह से उसने मुझे
कि फिर सिमटने की आस न रही

ए खुदा आज ये फ़ैसला करदे उसे मेरा या मुझे उसका करदे
बहुत दुख सहे हे मैने कोई ख़ुसी अब तो मूक़दर करदे
बहुत मुश्किल लगता है उससे दूर रहना जुदाई

कोई साथ दे ना दे तू चलना सीख ले; हर आग से हो जा वाकिफ तू जलना सीख ले; कोई रोक नहीं पायेगा बढ़ने से तुझे मंज़िल की तरफ; हर मुश्किल का सामना करना तू सीख ले।

बोर्ड रिजल्ट्स का नाम बजाते रहो रख देना चाहिये
क्योंकि इनके आने पे किसी स्टूडेंट के यहाँ ढोल बज रहे होते हैं
कोई स्टूडेंट खुद बज रहा होता है