ज़िन्दगी जीने का मकसद खास होना चाहिए; और अपने आप पर विश्वास होना चाहिए; जीवन में खुशियों की कोई कमी नहीं होती; बस जीने का अंदाज़ होना चाहिए।

आज सुबह सुबह मौत बड़े गुस्से में आके मुझसे बोली की
मैं तेरी जान ले लूँगी
मैंने भी कह दिया की जिस्म लेना है तो ले ले जान तो कोई और ले गया है

कितनो की तकदीर बदलनी है तुम्हें; कितनो को रास्ते पे लाना है तुम्हें; अपने हाथों की लकीरों को मत देख; इन लकीरों से बहुत आगे जाना है तुम्हें।

हमें जंजीरों में कैद करने का सपना मत देख
क्योंकि हम वो आदमखोर शेर हैं
जिसका भी शिकार करते हैं उसका जिस्म तो क्या रूह भी दम तोड देती हैं

ख़्वाहिशों से नहीं गिरते महज़ फूल झोली मे; कर्म की शाख को हिलाना होगा; न होगा कुछ कोसने से अंधेरे को; अपने हिस्से का दिया खुद ही जलाना होगा।

ना कर आसमान की हसरत ज़मीन की तालाश कर; सब है यहीं कहीं और ना इसकी आस कर; पूरी हो अगर हर आरज़ू तो क्या मज़ा है; अगर जीना है तो एक हसीन वजह की तालाश कर।

स्वार्थ से रिश्ते बनाने की कितनी भी कोशिश करो रिश्ते बनेंगे नहीं
और
प्यार से बने रिश्ते तोड़ने की कितनी भी कोशिश करो रिश्ते टूटेंगे

क्यों डरें कि ज़िंदगी में क्या होगा; हर वक़्त क्यों सोचें कि बुरा होगा; बढ़ते रहें मंज़िलों की ओर हम; कुछ ना भी मिला तो क्या तज़ुर्बा तो नया होगा।

सरकारी बस में मुसाफ़री नहीं सरकारी स्कुल में सिक्षा नहीं
सरकारी अस्पतालमे इलाज नहीं फिर भी आजके नोजवानो को नोकरी चाहिए सिर्फ सरकारी

हो कर मायूस न यूँ शाम से ढलते रहिये; ज़िन्दगी भोर है सूरज से निकलते रहिये; एक ही पाँव पर ठहरोगे तो थक जाओगे; धीरे-धीरे ही सही राह पर चलते रहिये।

धन उत्तम कर्मों से उत्पन्न होता है प्रगल्भता (साहस योग्यता व दृढ़ निश्चय) से बढ़ता है चतुराई से फलता फूलता है और संयम से सुरक्षित होता है।

​मैं शादीशुदा होना पसंद ​करुँगी यह बेहद मजेदार बात हैं कि आपको एक ऐसा इंसान मिल जाता है जिसे आप जीवन भर चिढ़ा सकते हो और परेशान कर सकते हो​।

मैं कठिनाईयों से बचने की प्रार्थना नहीं करता हूं बल्कि मैं उन्हें सहन करने के लिए पर्याप्त सामर्थ्य प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं।

फिर न सिमटेगी जिंदगी तो बिखर जायेगी; जिंदगी जुल्फ नहीं तो फिर से संवर जायेगी; जो दे ख़ुशी तो दामन थाम लो; जिंदगी रो के नहीं हंस के गुजर जायेगी।

यह माना कि ज़िंदगी काँटों भरा सफर है; इससे गुज़र जाना ही असली पहचान है; बने बनाये रास्तों पर तो सब चलते हैं; खुद रास्ते जो बनाये वही तो इंसान है।